Sangya in Hindi: हेलो दोस्तों, इस आर्टिकल में हम आपको संज्ञा किसे कहते हैं के बारे में विस्तार से बताएंगे | स्कूल और प्रतियोगी परीक्षाओ में इससे बाहर कोई भी प्रश्न नहीं पुछा जायेगा तो इस आर्टिकल को अच्छे से पढ़े |
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Sangya in Hindi – संज्ञा किसे कहते हैं ?
संज्ञा शब्द, ‘सम् + ज्ञा’ के योग से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ है ‘सम्यक या संपूर्ण ज्ञान कराने वाला जबकि संज्ञा शब्द या शाब्दिक अर्थ है ‘नाम’ ।
साधारण शब्दों में ‘नाम’ को ही संज्ञा कहते है, जैसे ‘राम ने आगरा में ताजमहल की सुंदरता देखी।’
इस वाक्य में हम पाते है की ‘राम’ एक व्यक्ति का नाम है, आगरा स्थान का नाम है, ताजमहल एक वस्तु का नाम है तथा ‘सुंदरता’ एक गुण का नाम है।
Sangya Ki Paribhasha in Hindi – संज्ञा की परिभाषा
किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, जाति या भाव के नाम को संज्ञा कहते है।
जैसे: श्रीराम, करनाल, वन, फल, ज्ञान
संज्ञा का अर्थ नाम है क्योंकि संज्ञा किसी व्यक्ति, वस्तु, प्राणी, गुण, भाव या स्थान के नाम को दर्शाती है।
संज्ञा के उदाहरण – Sangya Ke Udahran
- व्यक्ति का नाम – रमेश, अजय, विराट कोहली, नवदीप, राकेश, शंकर
- वस्तु का नाम – कलम, डंडा, चारपाई, कंघा
- गुण का नाम – सुन्दरता, ईमानदारी, बेईमानी, चालाकी
- भाव का नाम – प्रेम, ग़ुस्सा, आश्चर्य, दया, करूणा, क्रोध
- स्थान का नाम – आगरा, दिल्ली, जयपुर
संज्ञा के भेद – Sangya ke Bhed
संज्ञा के पांच भेद है|
- व्यक्तिवाचक
- जातिवाचक
- भाववाचक
- समुदायवाचक
- द्रव्यवाचक
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा – Vyakti Vachak Sangya In Hindi
व्यक्तिवाचक संज्ञा की परिभाषा – Vyakti Vachak Sangya ki Paribhasha
जो शब्द किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु, स्थान तथा प्राणी के नाम का बोध कराते हैं, उन्हें व्यक्ति वाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे- मोहन, राजेश, दिनेश, कमल, जयपुर, ताजमहल, रामायण, चेतक, गंगा, हिमालय इत्यादि।
व्यक्तिवाचक संज्ञा, ‘विशेष’ बोध कराती है ‘सामान्य’ का नहीं।
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व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण – vyakti vachak sangya examples in hindi
- राम स्कुल जाता है।
- सिमा खेल रही है।
- रामु पढ़ रहा है।
- गोविन्द जा रहा है।
2. जातिवाचक संज्ञा – Jati vachak sangya ki Paribhasha
जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा – Jati vachak sangya ki Paribhasha
जिन संज्ञा शब्द से किसी जाती (वर्ग) के सम्पूर्ण प्राणियों, वस्तुओं, स्थानों, आदि का बोध होता है, उसे ‘जातिवाचक संज्ञा कहते है।
प्राय: जाति वाचक संज्ञा में वस्तुओ, पशु-पक्षिओ, फल-फूल, धातुओं, व्यवसाय सम्बन्धी व्यक्तियों, नगर, शहर, गाँव, परिवार, भीड़ जैसे बहुवाची शब्दों के नाम आते है।
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जातिवाचक संज्ञा के उदाहरण – Jati vachak sangya Examples In Hindi
- मैदान में बच्चे खेलते है।
- विधालय में बच्चे पढ़ते है।
- बस में सवारी बैठी है।
- तालाब में मछलिया तैर रही है।
3. भाववाचक संज्ञा – Bhav Vachak Sangya In Hindi
भाववाचक संज्ञा की परिभाषा – Bhav Vachak Sangya ki Paribhasha
जिस संज्ञा शब्द से प्राणियों या वस्तुओ से गुण, धर्म, दशा, कार्य, मनोभाव आदि का बोध हो , उसे भाववाचक संज्ञा (Abstract noun in Hindi) कहते है।
प्राय: गुण-दोष, अवस्था, व्यापार, अमूर्त्तभाव, तथा भाववाचक संज्ञा के अंतगर्त आते है।
भाववाचक संज्ञा के उदाहरण – Bhav vachak sangya examples in hindi
- ज्यादा खाने से आलस आता है।
- ज्यादा दौड़ने से थकान आती है।
4. समूहवाचक संज्ञा
‘जिस संज्ञा से वस्तु अथवा व्यक्ति के समूह का बोध हो, उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं।’
जैसे- व्यक्तियों का समूह- सेना, भीड़, झुंड, जनता, सभा, गिरोह, दल; वस्तुओं का समूह- गुच्छा, कुंज, मण्डल, घौद।
5. द्रव्यवाचक संज्ञा
‘जिस संज्ञा से नाप-तौल वाली वस्तु का बोध हो, उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते है। कहने का तात्पर्य यह है की द्रव्यवाचक संज्ञा से किसी ऐसी वस्तु का बोध होता है, जो पदार्थ तो है परंतु उसे गिना नहीं जा सकता, उसका परिणाम हो सकता है। द्रव्यवाचक संज्ञा का प्राय: बहुवचन नहीं होता है।
जैसे- दूध, लोहा, पीतल, चावल, पेट्रोल, घी, तेल, सोना, चाँदी आदि।
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संज्ञा के विकार – sangya ke vikar
- लिंग
- वचन
- कारक
लिंग – Ling in hindi :–
संज्ञा के जिस रुप से स्त्री या पुरुष जाति का बोध हो उसे लिंग कहते है |
वचन किसे कहते हैं – Vachan in Hindi
शब्द के जिस रुप से किसी वस्तु के एक अथवा अनेक होने का बोध हो, उसे वचन कहते हैं।
कारक किसे कहते हैं- Karak in Hindi
संज्ञा या सर्वनाम के जिस रुप से उसका सम्बन्ध वाक्य की क्रिया या किसी अन्य शब्द के साथ जाना जाए, उसे कारक कहते हैं।
Sangya in Hindi Video
FAQs
संज्ञा का परिभाषा क्या है?
किसी भी व्यक्ति, प्राणी, वस्तु, स्थान, गुण, जाति या भाव, दशा आदि के नाम को संज्ञा (sangya) कहते हैं।
संज्ञा की परिभाषा कैसे लिखें?
संज्ञा वह शब्द है जो किसी व्यक्ति ,प्राणी ,वस्तु ,स्थान, भाव आदि के नाम के स्वरूप में प्रयुक्त होते हैं। अत: सभी नामपदों को संज्ञा कहते हैं।
संज्ञा के कितने भेद होते हैं उदाहरण सहित बताइए?
समूहवाचक अथवा द्रव्यवाचक को जातिवाचक संज्ञा के अंतर्गत रखा गया है। इसलिए संज्ञा के तीन भेद ही स्वीकार किए जाते हैं|
संज्ञा के मुख्यतः कितने भेद है?
जातिवाचक संज्ञा, भाववाचक संज्ञा और व्यक्ति वाचक संज्ञा। समुदायवाचक या समूह वाचक संज्ञा और द्रव्यवाचक संज्ञा।
संज्ञा के कितने भेद होते हैं?
कुछ विद्वान संज्ञा के दो भेद और मानते हैं- द्रव्यवाचक संज्ञा और समूहवाचक संज्ञा।